पुरस्कार की लालसा नहीं, मेरी मदद से लोगों को मिलने वाली ख़ुशी किसी भी पुरस्कार से बड़ी- सोनू सूद

मुंबई. अभिनेता सोनू सूद ने कोरोना संकट के दौर में जिस तरह दिल खोलकर लोगों की मदद की, उसकी सारे देश में सराहना की गई. वह अब भी समाजसेवा के कामों से जुड़े हुए हैं और माना जा रहा था कि उन्हें इस साल पद्म पुरस्कार दिया जाएगा. हाल ही में राष्ट्रपति 119 को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया, लेकिन इसमें उनका नाम नहीं था. जबकि पुरस्कृत होने वाले लोगों में कंगना रनौत, अदनान सामी, एकता कपूर और करण जौहर जैसी फिल्मी जगत की हस्तियों के नाम शामिल थे.

कंगना रनौत को पद्मश्री पुरस्कार मिलने और उनके नाम पर विचार ना किए जाने को लेकर जब सोनू सूद से सवाल किया गया तो उन्होंने भी इस पर बात रखी. लॉकडाउन के समय से अब तक हजारों लोगों की मदद कर चुके सोनू सूद ने पद्मश्री नहीं मिलने के सवाल पर कहा- ऐसा क्यों हुआ, इस पर मैं क्या कह सकता हूं.

सोनू सूद ने पद्म पुरस्कार पर खुलकर बात की और कंगना रनौत को पद्म श्री पुरस्कार मिलने और उन्हें इस लिस्ट में शामिल नहीं किए जाने पर उन्होंने कहा कि पुरस्कार बहुत महत्वपूर्ण नहीं होते. मैंने कोरोना काल में जो काम किए वे कोई पुरस्कार पाने की लालसा में नहीं किए. उन्होंने कहा कि मेरे लिए लोगों की संतुष्टि किसी पुरस्कार से कहीं ज्यादा बड़ी चीज है, इसलिए मैं आगे भी समाजसेवा का अपना काम जारी रखूंगा. उन्होंने कहा वह अब तक 22 हजार छात्रों की मदद कर चुके हैं और आगे भी करते रहेंगे. मुझे लगता है यह उपलब्धि किसी बड़े पुरस्कार की ही तरह है.

राजनीति में सक्रिय होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं ऐसा कोई भी प्लेटफॉर्म ज्वॉइन कर सकता हूं, जिसमें टांग खिंचाई नहीं होती हो. काम करने की आजादी मिले. यह प्लेटफॉर्म राजनीतिक भी हो सकता है और गैर-राजनीतिक भी. किसान आंदोलन पर उन्होंने कहा कि मैं किसानों का समर्थन करता हूं. उन्हें उनका हक मिलना चाहिए. हम उन्हीं की बदौलत खाते हैं.

उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले तक सोनू सूद अपने घर पर इनकम टैक्स विभाग की रेड के चलते सुर्खियों में थे. उन पर पैसों के घोटाले का आरोप लगाया गया था. विभागीय जांच में उन्होंने पूरा सहयोग किया. उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई गड़बड़ी नहीं की है. इसका उनके काम पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

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